भिलाड़वासियों ने शांतिदूत का किया भव्य स्वागत, आचारयुक्त ज्ञान ही है परिपूर्ण ज्ञान – आचार्य महाश्रमण
दादरा नगर हवेली को आध्यात्मिक आलोक से आलोकित कर जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण का गुरुवार को भिलाड़ में पदार्पण होने पर भिलाड़वासियों ने भव्य स्वागत किया। अपनी धवल सेना संग भिलाड़ के स्वामीनारायण गुरुकुल में श्रद्धालुओं को प्रवचन दिया। इससे पूर्व 15 किमी का विहार कर भिलाड़ की सीमा में पहुंचने पर लोगों ने बुलंद जयघोष के साथ अभिनंदन किया।
बाद में गुरुकुल में बने प्रार्थनालयम में भीकमजी बैद व पवन बैद परिवार द्वारा आयोजित मुख्य प्रवचन कार्यक्रम में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि शास्त्र के एक श्लोक में बताया गया है कि पहले ज्ञान और फिर बाद में दया और आचरण। दुनिया में ज्ञान का परम महत्व है और अपने आप में ज्ञान पवित्र तत्व है। जिसके पास कुसाग्र बुद्धि हो, ज्ञान का खूब अच्छा विकास हो तो समझना चाहिए कि उसके ज्ञानावरणीय कर्म का अच्छा क्षयोपशम है। आचार्य ने कहा...