वापी में सेवाकिय संस्था The hope house की महिला सभ्योने आठ दिवसीय प्रशिक्षु ग्रीष्म शिविर का आयोजन किया था। ये शिविर चला की बावन नगरी बस्ती मे आयोजित किया गया था। जंहा 14 लडकियो को संस्था की सभ्य महिलाओने विभिन्न ज्ञान से अवगत कराया था। जिसमे किशोर उम्र मे प्रवेश करने वाली लडकियो में होनेवाले शारिरिक और मानसिक बदलाव, योगासन, सेल्फ डिफेंस, क्राफ्ट एक्टिविटी तालीम और मार्गदर्शन सामिल था।
The hope house की volunteer पूनम धुत ने जनकारी दी कि इस आठ दिवसीय प्रशिक्षु ग्रीष्म शिविर का मुख्य उद्देश्य बस्तियो की किशोर उम्र मे प्रवेश करने वाली लडकियो को ऊनकी उम्र मे होनेवाले शारिरिक और मानसिक बदलाव के बारै में शिक्षित करना है। और बताया कि गर्मी की छूटीयो का मतलब बच्चो के लिए दादी नानी का घर या फिर घूमना फिरना होता है। पर इनकी माॅए घरकाम करनेवाली महिलाए है। इनके पिता भी रिक्शावाले या कीसी ना कीसी प्रकार का ठेला लगाकर गुजारा करते है इसलिए अपना इलाका छोडकर जाना संभव नही।
आठ दिवसीय इस शिविर में दो दिन happy and safe periods के बारे मे योग गुरु नेहा पटेलने मासिक के बारे मे और कुछ health tips और योगासन सिखाये। सभी बच्चियों को sanitary pads का उपयोग करना सिखाया। और उन्हें इसके पैकेट्स भी दिए।
Champion karate club की champion प्रियांशी ने दो दिन self defens के दाव पेच सिखाये और रोजाना कसरत करके किस तरह खुद को हर विपरित स्थिति के लिए मजबूत होना है। ये सिखाया, कृष्ना मेहताने आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना, भक्तिमय नृत्य करना सिखाया!
दो दिन सोनल रेवरने craft activity और सीडी डैकोरेशन best out of waste सिखाया! सोनल वोरा और आरती चौकसी ने अपना समय का योगदान दिया। ये शिविर चला की बावन नगरी बस्ती मे 14 लडकियो के साथ रोज दोपहर 3 से 5 (दो घंटे) लिया गया Session के अंत मे अल्पाहार और विभिन्न पैयजल भी NGO द्वारा दीया जाता था। 21 may से शूरू 28 may को इस शिविर का अंतिम दिवस था।