दमन कड़ईया विस्तार की बंसवारा गारमेंट कंपनी क़े करीब पांच से छे हजार कामदार कंपनी क़े बाहर वेतन वृद्धि में बढ़ोतरी कों लेकर हड़ताल पर उतर गये। जिसमे दमन प्रशासन क़े अधिकारीयों क़े हस्तक्षेप क़े बाद हड़ताल 3 घंटे क़े भीतर सिमट भी गई।
वाक्या आज बुधवार की सुबह का है जब बंसवारा गारमेंट नामक कंपनी क़े कड़ईया विस्तार क़े 3 यूनिटो क़े करीव 5-6 हजार कामदार अचानक कंपनी प्रबंधन क़े खिलाफ नारेबाजी करते हुए हड़ताल पर उतर गये थे। हड़ताली कामदारों का कहना था की संघ प्रशासन द्वारा अद्योगिक इकाईयों में काम करते कामदारों क़े लिए लघुतम वैतन अनिवार्य किया गया है। प्रशासन द्वारा लघुतम वैतन में नए दरों की आपूर्ति की गई है जिसमे कामदारों की अलग श्रेणीके हिसाब से 462,452 और 441 रुपे 8 घंटे हिसाब से पगार देना कंपनी प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है। मगर बंसवारा गारमेंट कंपनी प्रबंधन कामदारों की वेतन वृद्धि करने में कई महीनों से आनाकानी कर रहा है जिसके खिलाफ आज कामदारों कों अपने हक्क के लिए हड़ताल पर उतरे है।
कामदारों की हड़ताल की खबर मिलते हीं दमन पुलिस से psi जय पटेल की टीम ने हड़ताली कामदारों कों शांत करवाया था। जिसके बाद लेबर इंस्पेक्टर जेबी चौहान, मामलतदार प्रेमजी मकवाना और डिप्टी कलेटर प्रियांशु सिंह ने बंसवारा गारमेंट कंपनी में आकर पुरे मामले की जांच पडताल कर हडताली कामदारों के हक्क में फैसला लेते हुए बंसवारा कंपनी प्रबंधन कों लपेटे में लिया था।
कंपनी प्रबंधन ने अगले महीने की 15 तारीख तक वेतनवृद्धि के साथ सभी हड़ताली कामदारों के पगार दीये जाने का प्रशासन और कामदारों कों आस्वासन दिया था।जिसके बाद हड़ताल ख़त्म हुई थी।