वापी औद्योगिक क्षेत्र के 1st फेज स्थित पिडीलाइट कंपनी में काम करने गए मजदूर की मौत हो गई। मृतक के परिजनों द्वारा मुआवजे की मांग को कंपनी द्वारा मना किए जाने के बाद देर शाम तक परिजन जीआईडीसी थाने पर जमा रहे।
जानकारी के अनुसार राता के गुलाब नगर निवासी फेरू मौर्या सोमवार को सुबह ठेकेदार के जरिए पिडीलाइट कंपनी में मजदूरी के लिए गए थे। साथी मजदूरों ने बताया कि वाहन में माल भरते समय वह गिर पड़ा था। उसे तुरंत जीवनदीप अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टर ने जांच के बाद फेरू को मृत घोषित कर दिया था।
घटना की जानकारी होने पर उसके परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। घटना के बाद ठेकेदार और फैक्ट्री के अधिकारी भी वहां पहुंचे थे। फैक्ट्री में हादसा होने के चलते परिजनों ने उचित मुआवजा देने की मांग की। लेकिन ठेकेदार और फैक्ट्री द्वारा पल्ला झाड़ लिया गया था। इस मामले की शिकायत के लिए फैक्ट्री हेल्थ एंड सेफ्टी अधिकारी डी. के. वसावा को फोन करने पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया था।
परिजनों ने इस घटना की शिकायत जीआईडीसी थाने में की है। यहां भी फैक्ट्री के अधिकारी शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजनों को मनाते रहे। लेकिन मुआवजा देने के नाम पर चुप्पी साध ली। परिजनों ने बताया कि ठेकेदार इस फैक्ट्री में उसके पिता और अन्य लोगों को अक्सर माल की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए लेकर जाता था। कहीं से मदद न मिलने पर निराश होकर परिजनों ने शाम को अस्पताल से शव को पोस्टमार्टम पर ले जाने की मंजूरी दी।