दमण कोस्टगार्ड ने नवसारी जिले के गणदेवी में तोरणा गांव में बाढ़ में फंसे 11 माह की बच्ची समेत तीन लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित निकाला। इस अभियान में 72 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला को भी एयरलिफ्ट किया गया है। कोस्ट गार्ड के सूत्रों का दावा है कि देश में 72 साल की बुजुर्ग महिला को इस तरह बाढ़ के पानी से सुरक्षित एयरलिफ्ट करने का यह पहला मामला है।
वलसाड और नवसारी जिले में आसमान से बरसात की शक्ल में आफत बरस रही है। मूसलाधार बरसात के कारण गांव और शहर टापू बन गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू में जुटा है। जहां एनडीआरएफ की पहुंच मुश्किल हो रही है वहां दमण कोस्ट गार्ड के जवान हेलीकॉप्टर से लोगों को एयरलिफ्ट कर रहे हैं। इसी क्रम में दमण कोस्टगार्ड ने नवसारी जिले के गणदेवी में कावेरी नदी का पानी तोरणा गांव में बाढ़ बनकर आने से बाढ़ में फंसे 11 माह की बच्ची समेत तीन लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित निकाला। इस अभियान में 72 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला को भी एयरलिफ्ट किया गया है। कोस्ट गार्ड के सूत्रों का दावा है कि देश में 72 साल की बुजुर्ग महिला को इस तरह बाढ़ के पानी से सुरक्षित एयरलिफ्ट करने का यह पहला मामला है।
कोस्ट गार्ड को पानी से डूब गए एक घर की छत पर एक महिला के अपनी 11 माह की बच्ची और 72 साल का सास के साथ फंसे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद कोस्ट गार्ड ने वहां पहुंचकर तीनों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर उतारा। यह लोग दो-तीन दिन से यहां फंसे थे। छोटी बच्ची बीमार थी और दवाइयां भी खत्म हो गई थी।
जब से दक्षिण गुजरात में बाढ़ का कहर जारी है, तब से कोस्ट गार्ड स्टैंड बाय है। जहां से लोगों को बचाने के लिए सूचना मिलती है हेलीकॉप्टर लेकर निकल पड़ते हैं। अब तक कई लोगों को इस तरह एयरलिफ्ट कर उनकी जान बचाई है।