सुनामी प्रभावित क्षेत्रों में संचार व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने और लोगों को आपदा के समय तैयार करने के उद्देश्य से, दमण जिला प्रशासन द्वारा भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) के सहयोग से एक जिला स्तरीय सुनामी मॉक अभ्यास का आयोजन किया।
यह मॉक अभ्यास UNESCO IOC के सुनामी रेडी रिकग्निशन प्रोग्राम (TRRP) के तहत किया गया, जो कि भारत के तटीय जिलों में सुनामी से जुड़े जोखिम को कम करने और आम जनता को जागरूक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य सुनामी जैसे आपदा की स्थिति में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, आपातकालीन सेवाएं और नागरिक संगठनों के बीच संचार और समन्वय को सुनिश्चित करना था। इस अभ्यास के दौरान विभिन्न आपातकालीन प्रक्रियाओं और सुरक्षा प्रोटोकॉल का निरीक्षण किया गया, जिसमें स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी रही।
उप समाहर्ताने बताया कि सुनामी मॉक अभ्यास का सफलतापूर्वक आयोजन तटीय क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन को और मजबूत बनाएगा और सभी हितधारकों को तैयार रहने में मदद करेगा। इस अवसर पर उप समाहर्ता जी ने कहा, “सुनामी जैसी आपदाओं के समय समुदायों को सही जानकारी और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना हमारी प्राथमिकता है। ऐसे अभ्यास से हमारे समन्वय प्रयास मजबूत होते हैं और किसी आपदा के समय हम अधिक तत्परता से जवाब दे सकते हैं।”
उल्लेखनीय है कि, जिला प्रशासन का ऐसे माक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य सुनामी रेडी रिकग्निशन प्रोग्राम (TRRP) के अंतर्गत, समुदाय को सुनामी के प्रति सजग बनाना और संभावित जोखिम को कम करना है। इस कार्यक्रम के तहत तटीय इलाकों में अलर्ट सिस्टम, आपदा शिक्षा, और आपातकालीन प्रतिक्रिया की योजना पर जोर दिया गया है। मॉक अभ्यास के समापन पर जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर समुदायों की सुरक्षा और जागरूकता सुनिश्चित की जाएगी।