22 फरवरी 2023 को संत आशाराम बापू की प्रेरणा से श्री योग वेदांत सेवा समिति, सिल्वासा के तत्वावधान में सेंट जॉर्ज इंग्लिश स्कूल, सिलवासा में मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
दादरा नगर हवेली में आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने अपने माता-पिता व अभिभावकों का विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया था। और उनकी आरती उतारकर परिक्रमा की थी। तथा उन्हें प्रसाद खिलाया था। माता-पिताने भी अपने बच्चों से स्नेह किया था।
प्रवक्ता मुकेश भाई ने बताया कि अपनी भारतीय संस्कृति बालकों को छोटी उम्र में ही बड़ी ऊंचाई पर ले जाना चाहती है। इसमें छोटे-छोटे, सरल सूत्रों द्वारा ऊँचा, कल्याणकारी ज्ञान बच्चो के हृदय मे बैठाने की सुंदर व्यवस्था है। अपनी संस्कृति कहती है : मातृदेवों भव। पितृदेवों भव। आचार्यदेवों भव। माता-पिता एव गुरु हमारे हितेषी है, अतः हम उनका आदर तो करे ही, साथ ही उनमें भगवान के दर्शन कर उन्हें प्रणाम करे, उनका पूजन करे। आज्ञापालन के लिए आदरभाव पर्याप्त है।
परंतु, उसमे प्रेम की मिठास लाने हेतु पूज्यभाव आवश्यक है इसी कारण श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा वेलेन्टाइन डे के बदले मातृ-पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम शुरू करवाया जिसका आज हर देश, धर्म और समाज द्वारा दिल से स्वागत व स्वीकार किया जा रहा है। बच्चो ने हर वर्ष 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का संकल्प लिया था।