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वापी स्थित हूबर इंडिया ने वलसाड के ग्रामीण क्षेत्र मे स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने 2 मेडिकल वैन प्रायोजित की।

वापी GIDC में कार्यरत हूबर ग्रुप इंडिया ने रोटरी वापी रिवरसाइड के सहयोग से, वलसाड के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवा की पहल की है। इंक और विशेष रसायन निर्माता ह्यूबरग्रुप ने डॉक्टर्स, नर्स और बुनियादी चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित दो चिकित्सा वैन प्रायोजित की हैं। ये वैन हर पखवाड़े वापी से दूर-दराज के 16 गांवों में चिकित्सा जांच और परीक्षण के लिए कार्यरत रहेंगी।

भारत में कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा अभी भी एक कठिन विषय है। जबकि भारत सरकार ने दूरदराज के गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में एक अनुकरणीय भूमिका निभाई है। ह्यूबरग्रुप और रोटरी वापी रिवरसाइड का उद्देश्य मौजूदा बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और समाज में बेहतर योगदान प्रदान करना है। सामान्य बीमारियों के लिए मुफ्त परामर्श और मुफ्त दवाएं देकर, दोनों सहयोगी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ग्रामीण समुदायों की बुनियादी स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा किया जाए।

इस सहयोग का विचार कैसे आया? इस पर सुरेश कालरा, प्रबंध निर्देशक भारत और ह्यूबरग्रुप में एशिया के अध्यक्षने बताया की “ह्यूबरग्रुप के दमन, वापी और सिलवासा में उत्पादन स्थल हैं – हमारे कई कर्मचारी इन क्षेत्रों में रहते हैं। उनके द्वारा किये गये योगदान को सराहते हुए यह सुविधा उनको समर्पित करते है। उनका ऋण अदा करने की भावना रखते हैं। ग्रामीण निवासियों के दरवाजे पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का हमारा प्रयास सरकार द्वारा प्रचारित स्वास्थ्य कार्यक्रमों का पूरक है।”

रोटरी वापी रिवरसाइड के अध्यक्ष गौतम भावसार बताया था कि ”ह्यूबरग्रुप के सहयोग से हम बहुत खुश हैं। “ह्यूबरग्रुप की यह पहल दूसरों की मदद करने में हमारे रोटरी मिशन में सहयोग साबित होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में, मौजूदा योजनाओ का लाभ और चिकित्सा सुविधाओं को पहुंचने में आ रही कठिनाइयों के कारण अक्सर बीमारियों का निदान या उपचार देर से किया जाता है।

इस पहल से हम अपना योगदान देना चाहते हैं। ताकि दूर-दराज के गांवों में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को घर पे ही स्वास्थ्य की सुविधाएं मिल शके। यह परियोजना डॉ. सागर पटेल के नेतृत्व में ह्यूबरग्रुप की स्वास्थ्य टीम द्वारा निर्देशित है। महिला डॉक्टरों के साथ-साथ नर्स और चिकित्सा उपकरणों के साथ दो वैन एक दिन में दो गांवों मे सेवा देते हुए वलसाड जिले के लगभग 16 गांवों में चलेंगी। वे नियमित जांच के साथ-साथ चिकित्सा परामर्श भी देंगे और बुनियादी बीमारी का इलाज करेंगे। नियमित अंतराल पर, टीम स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, ईएनटी और स्त्री रोग संबंधी जांच जैसे विशिष्ट चिकित्सा शिविर भी आयोजित करेगी।

उल्लेखनीय है कि, ह्यूबरग्रुप का 255 साल के इतिहास के साथ दक्षिणी जर्मनी में स्थित एक पारिवारिक व्यवसाय है। प्रिंट सॉल्यूशंस डिवीजन पैकेजिंग प्रिंटिंग और वाणिज्यिक प्रिंटिंग के लिए प्रिंटिंग स्याही और प्रिंटिंग एड्स का उत्पादन और बिक्री करता है। अंतरराष्ट्रीय बैंकनोट और पहचान दस्तावेज़ उत्पादकों के लिए सुरक्षा स्याही खंड को कंपनी की सहायक ग्लीट्समैन सुरक्षा-इंक प्रबंधित करती है। रसायन प्रभाग भारत में उत्पादित पिगमेंट, रेजिन और एडिटिव्स जैसे कच्चे माल का व्यापार करता है।

कंपनी हमेशा ग्राहकों की सफलता पर केंद्रित रही है। यही कारण है कि ह्यूबरग्रुप प्रिंटिंग और रसायन उद्योग में मूल्य सृजन को अनुकूलित करने और अपने ग्राहकों को उत्तम श्रेणी के परिणाम प्राप्त कराने के लिए हर दिन नवीन समाधानों, प्रौद्योगिकियों और सेवाओं पर काम करता है। 2021 में, ह्यूबरग्रुप ने लगभग €704 मिलियन का वार्षिक कारोबार किया है। वर्तमान में दुनिया भर के 30 देशों में इस ग्रुप के प्लांट में लगभग 3,500 कर्मचारी कार्यरत हैं।

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