Friday, October 18News That Matters

नेशनल हाइवे ऑथोरिटी (NHAI) के ठेकेदार ने बलिठा में सर्विस रोड का कार्य अधूरा छोड़ दिया। वाहन चालकों पे मंडराता दुर्घटना का खतरा

वापी के पास बलिठा में वर्षों बाद सर्विस रोड का काम शुरू किया गया। लेकिन, नेशनल हाइवे ऑथोरिटी के उदासीन रवैये के कारण ठेकेदार ने पिछले 2 महीने से काम बंद कर दिया है। यह अधूरे काम वाहन चालकों के लिए आकस्मिक आपदा बन गया है। यहां, सर्विस रोड के काम के लिए डाला गया रेडी मिक्सर कंक्रीट (RMC) में आवश्यक गुणवत्ता रखी नही है। सीमेंट और कॉन्क्रीट खराब हो गया है। जो वाहन के टायरों को नुकसान पहुंचाकर और वाहन का संतुलन बिगाड़कर दुर्घटना दर्ज कर रहे हैं।नेशनल हाइवे नंबर 48 वापी के पास से गुजरता है। मुंबई से अहमदाबाद के बीच का यह हाईवे एक व्यस्त हाईवे है। वर्ष 2004 में बने इस हाईवे के समानांतर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने सर्विस रोड की गारंटी दी है। हालाँकि, उसके बाद कई वर्षों तक बलीठा गाँव क्षेत्र में सर्विस रोड का निर्माण नहीं किया गया था। जिसके कारण यहाँ हर साल होने वाली कई यातायात दुर्घटनाओं में कई लोगों की मृत्यु हो गई।जिसे लेकर स्थानीय राजनीतिक नेताओं, संगठन प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को आवेदन दिया था, जिसके बाद करीब पांच माह पहले सर्विस रोड का काम शुरू किया गया था। हालाँकि, सर्विस रोड के संचालन के लिए आवश्यक खुदाई के बाद, मिट्टी डालकर का काम रोक दिया गया था। दो महीने पहले फिर से वह काम शुरू किया गया और सीमेंट कंक्रीट का रेडी मिक्स कॉन्क्रीट बिछाया गया। जिसके बाद फिर से कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है।बालीठा के पास का यह क्षेत्र दुर्घटना जोन क्षेत्र है। इस समय यहां अधूरे पड़े सर्विस रोड पे ही वाहन चलते है। जिससे सड़क पर डाला गया सिमेन्ट कॉन्क्रीट मटिरियल्स उखड़ रहा है। साथ ही वाहनों के टायर लगातार बजरी पर दबाव बना रहे हैं और टायर क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। बजरी इधर-उधर उड़ रही है और गुजरने वाले वाहनों से टकरा रही है। वाहन चालक भी स्टीयरिंग पर नियंत्रण खो देते हैं और अक्सर छोटी-मोटी दुर्घटनाए हो रही हैं। स्थानीय लोगों और मोटर चालकों के बीच यह मांग है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जाग जाए और काम को जल्द से जल्द पूरा करे, इससे पहले कि यह अधूरा काम किसी मोटर चालक पर भारी पड़ जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *